शराब के नशे में लिया गया था स्टीव स्मिथ को ऑस्ट्रेलिया का कप्तान बनाने का फैसला
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने अपनी जीवनी ‘द जर्नी’ में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के सबसे युवा टेस्ट कप्तान बनने की अपनी कहानी से पर्दा उठाया है। स्मिथ 2014 में ऑस्ट्रेलियाई इतिहास के सबसे कम उम्र के टेस्ट कप्तान बने थे।स्मिथ ने किताब में उस किस्से का जिक्र किया जिसमें शराब पीते हुए ब्रैड हैडिन और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बोर्ड सदस्य मार्क टेलर ने उन्हें कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपने की बात की थी।
एडीलेड ओवल के जिस मैच में क्लार्क चोटिल हुए, उसी मैच के बाद स्मिथ, हैडिन और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बोर्ड सदस्य मार्क टेलर ने साथ में शराब पी।इस समय ब्रेड हैडिन उप-कप्तान थे और उनके कप्तान बनने की पूरी संभावना थी। स्मिथ को लगा था कि हैडिन को जिम्मेदारी मिलनी चाहिए, टेलर भी यही चाहते थे, लेकिन ड्रिंक के दौरान हैडिन ने एक सुझाव दिया जिसने स्मिथ को ऑस्ट्रेलिया का 45वां टेस्ट कप्तान बना दिया। हैडिन ने टेलर से कहा कि वे कप्तानी नहीं करना चाहते। उन्होंने सुझाव दिया कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के भविष्य के मद्देनजर स्टीव स्मिथ को टीम का कप्तान बनाया जाना चाहिए। हैडिन के सुझाव पर स्मिथ और टेलर चौंक गए। टेलर ने स्मिथ से पूछा कि क्या वह इस जॉब के लिए तैयार हैं? स्मिथ लिखते हैं, ‘मेरे दिल में कोई शक नहीं था कि मैं तैयार था और मैंने हां कह दिया।’ फिर मार्क ने कहा, ‘ठीक है मैं कुछ फोन कॉल करके आता हूं।’ अगली सुबह मार्श ने कॉल कर स्मिथ को बधाई दी और कहा कि ,आप ऑस्ट्रेलिया के 45वें टेस्ट कप्तान बनने जा रहे हैं।‘